BPSC की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर हंगामा, खान सर भी मैदान में आए

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बिहार की राजधानी पटना में BPSC परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन को लेकर हंगामा बरपा है. छात्र नॉर्मलाइजेशन के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मुख्य मांग वन शिफ्ट-वन एग्जाम की है. BPSC परीक्षा 13 दिसंबर को 925 केन्द्रों पर होनी है. इसमें 4.8 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे. विरोध के स्वर तब और मुखर हो गए जब खान सर इसमें शामिल हो गए. क्यों भड़के खान सर का कहना है कि एग्जाम एक शिफ्ट में हो. इसके लिए BPSC के अध्यक्ष आफिशियल घोषणा करें.

उनका कहना है कि सचिव कुछ बोल रहे हैं अध्यक्ष कुछ. मीडिया में आयी खबरें भी स्पष्ट नहीं है. एक हफ्ता बचा और अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. हमसे विद्यार्थी सवाल पूछ रहे हैं हम उन्हें क्या जवाब दें. उनका कहना है जब तक नॉर्मलाइजेशन खत्म नहीं होगा हम धरना स्थल से नहीं हटेंगे. हम संविधान मानने वाले है इसलिए सड़कों पर नहीं आए हैं. हमें राजनीति नहीं करनी है.नॉर्मलाइजेशन को मंजूर नहीं करेंगे.

उन्होंने छात्रों से कहा कि वह शांतिपूर्ण ढंग से धरना दें अपनी मांग रखें, खान सर उनके साथ हैं. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि छात्रों पर लाठीचार्ज नहीं किया जाए. बताया जा रहा है कि खान सर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. क्या है नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया नॉर्मलाइजेशन एक सांख्यिकीय प्रक्रिया है,जिसका उपयोग विभिन्न पालियों में आयोजित परीक्षाओं के अंकों को सामान्यीकृत करने के लिए किया जाता है. दरअसल इसको ऐसे समझना होगा, मान लीजिए एक परीक्षा दो पालियों में होती है.

क्यों हो रही नॉर्मलाइजेशन की चर्चा?

पहली पाली का पेपर दूसरी पाली के पेपर की तुलना में कठिन है, ऐसे में पहली पाली में एग्जाम देने वाले छात्रों को कम अंक मिलेंगे, जबकि दूसरी पाली में बैठने छात्रों को अधिक अंक मिलेंगे. नॉर्मलाइजेशन से पहली पाली के छात्रों के अंकों को बढ़ाया जाएगा ताकि उन्हें दूसरी पाली के छात्रों के बराबर लाया जा सके. विरोध इस बात का कि इससे टैलेंट वाले छात्र का परिणाम प्रभावित होगा. क्यों हो रही है नॉर्मलाइजेशन की चर्चा परीक्षा दो पालियों होनी है, जिसकी वजह से नॉर्मलाइजेशन की चर्चा हो रही है.

यह ऐसी प्रक्रिया जिसमें आयोजित विभिन्न पालियों में आयोजित परीक्षाओं के अंकों को सामान्यीकृत किया जाता है. यह प्रक्रिया तब अपनाई जाती है जब परीक्षा अलग अलग पालियों में होती है और प्रश्न पत्रों का स्तर अलग-अलग होता है. नार्मलाइजेशन से उनके अंकों पर सीधा असर पड़ेगा जो मेरिट लिस्ट को प्रभावित करेगा.

क्या बोले अफसर?

छात्र चाहते है एक ही पाली में परीक्षा हो.  बीपीएससी सचिव सत्य प्रकाश ने अफवाह बताया बीपीएससी सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने स्पष्ट कहा है कि नॉर्मलाइजेशन नहीं होगा. नॉर्मलाइजेशन की बात केवल अफवाह है. परीक्षा में चार अलग अलग रंगों के प्रश्न पत्रों का उपयोग होगा, सभी सेट अलग अलग होंगे, पर परीक्षा में एक ही सेट इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कुछ लोग आयोग को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.

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