[ad_1]
India vs Australia 3rd Test Border Gavaskar Trophy 2024: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में भारत और ऑस्ट्रेलिया अभी एक-एक से बराबरी पर हैं. यह सीरीज दोनों ही टीमों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका परिणाम कहीं ना कहीं तय कर देगा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में टीम इंडिया प्रवेश करेगी या ऑस्ट्रेलिया लगातार दूसरा फाइनल खेलेगी. एडिलेड टेस्ट को देख पता चला कि भारतीय टीम में ना केवल बैटिंग बल्कि बॉलिंग डिपार्टमेंट में भी कई खामियां हैं. तो आइए ऐसे तीन प्लेयर्स के बारे में जानते हैं, जिन्हें ड्रॉप करने से भारतीय टीम की किस्मत चमक सकती है.
1. रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन अब तक टेस्ट क्रिकेट में 537 विकेट ले चुके हैं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उनके आंकड़े बहुत ज्यादा बढ़िया नहीं हैं. ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर उन्होंने 40 विकेट तो लिए हैं, लेकिन उनका गेंदबाजी औसत 42 से भी अधिक है. जब वॉशिंगटन सुंदर बढ़िया फॉर्म में चल रहे थे, इसके बावजूद एडिलेड टेस्ट में अश्विन का प्लेइंग इलेवन में चयन खराब मैनेजमेंट को दर्शाता है. सुंदर पिछले 3 टेस्ट मैचों में 18 विकेट ले चुके हैं और निःसंदेह किसी टॉप ऑर्डर बल्लेबाज की तरह बैटिंग करते हैं.
2. केएल राहुल
केएल राहुल ने पर्थ टेस्ट में काफी बढ़िया बैटिंग की और दोनों पारियों में कुल मिलाकर 103 रन बनाए थे. इसी के चलते रोहित शर्मा ने ओपनिंग में अपना स्थान छोड़कर छठे क्रम पाए बैटिंग की थी, लेकिन एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया को इस क्रम में बदलाव का खामियाजा भी भुगतना पड़ा. रोहित को दोबारा यशस्वी जायसवाल के साथ फिर से ओपनिंग करनी चाहिए और मिडिल ऑर्डर में सरफराज खान छठे क्रम पर खेलते हुए अब तक दो अर्धशतकीय पारी भी खेल चुके हैं. सरफराज भारतीय टीम के लिए बहुत प्रभावी साबित हो सकते हैं क्योंकि वो अब तक चार से आठवें क्रम तक भी बैटिंग कर चुके हैं.
3. हर्षित राणा
हर्षित राणा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया है. सीरीज के पहले टेस्ट में उन्होंने 4 विकेट लिए थे, लेकिन दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने उनकी जमकर कुटाई की. वो भारतीय टीम की कमजोर कड़ी बन चुके थे. अब तीसरा मैच ब्रिसबेन में खेला जाना है, जहां पिच में तेज उछाल देखने को मिलता रहा है. ऐसे में संभव ही प्रसिद्ध कृष्णा अधिक प्रभावशाली साबित हो सकते हैं. उनका गेंदबाजी एक्शन हर्षित से अलग है, जिसके जरिए वो पिच से अधिक उछाल का अधिक फायदा उठा सकते हैं.
यह भी पढ़ें:
IND vs AUS: भारत-ऑस्ट्रेलिया का ब्रिसबेन तीसरा टेस्ट, कोहली-रोहित यहां कैसा रहा है रिकॉर्ड
[ad_2]
Source link