संभल शाही मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट आज कोर्ट में होगी पेश, हिन्दू प्रतीक चिन्ह मिलने का है दावा

[ad_1]

Sambhal Masjid Case: संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर हुए सर्वे की रिपोर्ट आज शुक्रवार (29 नवंबर) चंदौसी कोर्ट में पेश की जाएगी. जिसे देखते हुए चंदौसी कोर्ट के चारों तरफ सुरक्षा को सख्त कर दिया गया है. परिसर के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है तो वहीं ड्रोन कैमरा से न्यायालय की निगरानी की जा रही है. 19 नवंबर को जिला जज सीनियर डिवीजन ने शाही जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश देते हुए अधिवक्ता रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया था. 

इस बीच सर्वे को लेकर भी कई तरह के दावे सामने आए हैं. सूत्रों के मुताबिक़ सर्वे में मस्जिद में कई हिन्दू प्रतीक चिन्ह मिलने की बात की जा रही है. मस्जिद में द्वार पाल शैली में स्तंभ के रुप में खंबे होने का दावा किया जा रहा है. तो वहीं खंबों पर कमल के फूल और अन्य चित्रकारी होने की बात कही गए हैं. सूत्रों के मुताबिक़ रिपोर्ट में ये इन अहम प्रतीकों को जिक्र किया गया है.  

रिपोर्ट में इन प्रतीकों के मिलने का दावा

1- दावा है कि मस्जिद के पश्चिमी गेट पर खंभे स्तंभ के रूप में बने हुए हैं और उनके ऊपर कमल के फूल की आकृति बनी हुई है. खंभों पर कमल के फूल के नीचे और बीच में चित्रकारी मौजूद है.
2- इन दोनों स्तंभों के ऊपर घुमावदार प्रवेशद्वार है, जो कि तोरण स्तंभ शैली से मिलता जुलता है.
3- इन दोनों स्तंभों के पास 2 और खंभे हैं जो कि द्वारपाल शैली के हैं.
4- पश्चिमी गेट पर मौजूद इन सभी स्तंभों, खंभों और प्रवेशद्वार को हरे रंग से पेंट किया गया है.
5- मस्जिद के भीतर बड़ा सा आंगन है जिसमें वाजूखाना है. इस वाजूखाने को हिंदू पक्ष ने कुंड करार दिया. सर्वे के दौरान वाजूखाना को खाली भी करवाया गया.
6- इसी आंगन में बरगद का पेड़ मिला है जिसे सर्वे के दौरान ही चिन्हित किया गया और हिंदू पक्ष ने सर्वे के दौरान इसे मंदिर और आस्था का प्रतीक बताया था.
7- सर्वे में मस्जिद के पश्चिमी द्वार के पास एक कुआं भी मिला है, जिसे अब ढक दिया गया है. सर्वे के दौरान दोनों पक्षों ने माना था कि यहां एक समय पर पूजा पाठ होती थी.
8- मस्जिद के बाहरी ओर और भीतरी ओर में 50 के आसपास “आले” मिले हैं और हिंदू पक्ष ने सर्वे के दौरान दावा किया कि इनमें मूर्तियां रखी जाती थी.
9- इसके अलावा सर्वे में मस्जिद के मुख्य गुंबद पर 4 कलशों की आकृति मिली है और एक टूटे हुए तीर की. मस्जिद की दीवारों पर कई मोटे मोटे खंभे मिले हैं और उन पर भी फूल और चित्रकारी की आकृति प्रदर्शित है.
10- सर्वे के दौरान मस्जिद के मूल परिसर के भीतर गुंबद के नीचे एक लंबी सी जंजीर लटकी मिली है और सर्वे में हिंदू पक्ष ने इसे मंदिर की जंजीर बताया है जिसमें घंटी बंधी जाती थी.
11- मस्जिद की मीनारें छतरीदार कलाकृति से बनी है, जिसे राजपूत शैली बताया जा रहा है.
12- मस्जिद के भीतर में सर्वे के दौरान भूरे रंग का एक शिलालेख भी मिला है जिस पर लिखा है कि इसका निर्माण बाबर के आदेश पर उसके दरबारी मीर बेग ने 933 हिजरी साल में करवाया.
13- मस्जिद के भीतर तहखाना भी सर्वे के दौरान खुलवाया गया जिसमें दीवारों पर वर्तमान युग के दो खंभे मिले हैं.
14- सर्वे के दौरान मुस्लिम पक्ष के विरोध की वजह से नापने का काम नहीं हो पाया है.
15- वहीं पश्चिमी भाग को छोड़ कर मस्जिद के अन्य बाहरी भागों का सर्वे भी हिंसा की वजह से नहीं हुआ, जिसमें बाजार की तरफ वाला पूर्वी हिस्सा, टीले के पास बंद पड़े तहखानों वाला उत्तरी हिस्सा शामिल है.
16- सर्वे के दौरान कई लोहे की रॉड आंगन भी मिली जिनका इस्तेमाल टेंट लगाने के लिए किया जाता है और मस्जिद के आंगन में कार्यक्रम के लिए.
17- मस्जिद की मुख्य दीवार पर फारसी अक्षरों से लिखावट की गई है.
18- मस्जिद के मुख्य गुंबद को भीतर से भूरे रंग का है और गुम्बद और उसके पास उर्दू और फारसी शब्दों से कई जगह लिखावट की गई है और हिंदू पक्ष का आरोप है कि सभी लिखावट मंदिर को मस्जिद में परिवर्तित करने के दौरान की गई.
19- सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर में दक्षिणी ओर पर ASI का बोर्ड भी पड़ा हुआ है, जिसमे लिखा हुआ है कि मस्जिद ASI की संपत्ति है और छेड़खानी करने पर जुर्माना लगेगा.

संभल में जुमे की नमाज को लेकर हाई अलर्ट, PAC की 15 और RAF की दो कंपनियां तैनात, CCTV से निगरानी

[ad_2]

Source link

Leave a Comment