महाराष्ट्र में हार के बाद MVA पर फिर मुसीबत! इस वजह से नाराज सपा नेता छोड़ना चाहते हैं गठबंधन

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Maharashtra News: समाजवादी पार्टी शिवसेना-यूबीटी के नेता मिलिंद नार्वेकर के एक बयान से नाराज है. मिलिंद नार्वेकर ने बाबरी विध्वंस को लेकर एक ट्वीट किया था. नाराजगी इतनी बढ़ गई है कि सपा महाविकास अघाड़ी से अलग होने पर भी विचार कर रही है. पार्टी विधायक रईस शेख (Rais Shaikh) ने कहा कि ”हम महाविकास आघाडी से नाराज हैं. हम बाहर निकलेंगे और इस पर वरिष्ठ नेता निर्णय लेंगे.”

अबू आजमी ने भी नाराजगी जताई है. रईस सेख ने एबीपी न्यूज से एक्स्क्लूसिव बातचीत में कहा, ”कल मिलिंद नाोर्वेकर जो कि शिवेसना-यूबीटी के नेता हैं और बड़े पदाधिकारी हैं. उद्धव ठाकरे के करीबी हैं. उन्होंने एक ट्वीट किया, 6 दिसंबर को बाबरी मस्दिद की जो शहादत हुई थी, उस पर लिखा कि उन्हें अभिमान है. हमने शिवेसना- यूबीटी को याद दिलाया है. आपका साथ सभी धर्म के लोगों ने दिया. सभी लोगों ने वोट दिया, आपके इतने सांसद और विधायक निर्वाचित हुए. इस तरह कट्टर हिंदुत्ववादी स्टैंड ले रहे हैं तो हमें सोचना होगा.”

MVA में रहना मुश्किल – रईस शेख

रईस शेख ने कहा, ” कांग्रेस, एनसीपी-एसपी और सपा कितना इसमें रह सकते हैं. यह सोचना होगा. वो क्या करेंगे हम नहीं कह सकते हैं. अगर शिवसेना-यूबीटी कट्टर हिंदूवादी रहेगी तो हम हमारे अखिलेश यादव जी से बीत करेंगे कि इस गठबंधन में रहना मुश्किल है.”

यूबीटी की लाइन हिंदुत्ववादी रही है और ऐसा देखने में आया है कि नर्वेकर हर साल ऐसा ट्वीट करते हैं. अभी ऐसा क्या हुआ? क्या सपा एमवीए से अलग होने का कोई बहाना ढूंढ रही है? इस सवाल पर रईस शेख ने कहा, ” जब महाविकास अघाड़ी का गठन हुआ. उद्धव ने हिंदुत्व की परिभाषा समझाई थी और कहा था कि हिंदुत्व का मतलब सबका सम्मान है. ट्वीट देखकर ऐसा लगता है कि उनको हिंदुत्ववादी विचारधारा लेकर चलना है. हमें कट्टरता से हमको आपत्ति है. हम जो कह रहे हैं कि कॉमन मिनिमम अंडर्सैट्ंग थी हमको उससे आपत्ति है.

उद्धव गुट पर बिफरे अबू आजमी

अबू आजमी ने भी एबीपी न्यूज की मेघा प्रसाद से बातचीत में कहा, ”मैं कोई धमकी नहीं दे रहा हूं हमारे दो विधायक हैं क्या ही धमकी देंगे और विपक्ष के पास इतनी संख्या है क्या कि हमारे हटने से सरकार गिर जाएगी. समाजवादी पार्टी एक विचारधारा पर चलती है. यह धर्मनिरपेक्षता पर चलती है. एक चुनाव हो गया कभी सपा को गिना नहीं बुलाया नहीं. सीटों के अरेंजमेंट में बुलाकर बात नहीं की. हमने ही फोन किया. हमने सुना कि जहां सपा के विधायक हैं उसपर टिकट देंगे. इसके बाद वहां भी प्रत्याशी उतारकर गड़बड़ी की.”

हमें महाविकास अघाड़ी में नहीं रहना- अबू आजमी

आजमी ने कहा, “अब जब उद्धव जी की सीटें कम आ गई हैं तो कहते हैं कि वह हिंदुत्व के मुद्दे पर अटल हैं. कार्यकर्ता हिंदुत्व के मुद्दे पर काम करें. हमने सोचा कि क्या करना. 6 दिसंबर को दुनिया ब्लैक डे मनाती है. उद्धव जी के पार्टी के नेता कहते हैं कि बाबरी गिराने वाले को हम बधाई देते हैं. यह कांग्रेस और शरद पवार को सोचना है कि रहना है या नहीं. हमारा काम हो ना हो, सत्ता मिले ना मिले, महाविकास अघाड़ी में नहीं रहना है.”

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