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Pakistan New Missile: पाकिस्तान ने हाल ही में 350 किलोमीटर मारक क्षमता वाली स्वदेशी शिप-लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया. यह मिसाइल जमीन और समुद्र दोनों लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है. यह परीक्षण पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताओं को मजबूत करने और भारत के साथ सैन्य संतुलन साधने के प्रयास का हिस्सा है. हालांकि, भारतीय नौसेना पहले से ही ऐसे खतरों का सामना करने के लिए तैयार है.
पाकिस्तान ने दशकों बाद स्वदेशी रूप से डेवलप किए शिप-लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) को लॉन्च किया है. यह जहाज से लॉन्च होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है. यह मिसाइल 350 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है. यह क्षमता भारत के पश्चिमी क्षेत्र और भारतीय नौसेना के जहाजों के लिए खतरा हो सकती है. इस मिसाइल को समुद्र में तैनात जहाजों से लॉन्च किया जा सकता है, जो इसे समुद्री और स्थलीय लक्ष्यों पर सटीकता से हमला करने में सक्षम बनाती है.
रणनीतिक महत्व
शिप-लॉन्च्ड प्लेटफॉर्म से बैलिस्टिक मिसाइलें पाकिस्तान को युद्ध की स्थिति में दूसरी-प्रहार (Second Strike) क्षमता प्रदान करती हैं. यह भारत के लिए रणनीतिक रूप से एक नई चुनौती है.
भारत के लिए खतरा?
पाकिस्तान की नई मिसाइल भारतीय नौसेना के युद्धपोतों और तटीय क्षेत्रों को निशाना बना सकती है. विशेष रूप से अरब सागर में भारतीय जहाजों और महत्वपूर्ण इकनोमिक एसेट्स को खतरा हो सकता है. पाकिस्तान की इस मिसाइल में परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता हो सकती है. जिसके कारण ये और खतरनाक साबित हो सकती है. यह मिसाइल जमीन और समुद्र दोनों पर सटीक हमले कर सकती है, जिससे भारत की जलसीमा की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती बन सकती है.
कैसी है भारत की तैयारी?
भारत के पास एस-400 ट्रायम्फ जैसी अत्याधुनिक एयर डिफेन्स सिस्टम्स हैं, जो बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर सकती हैं. भारतीय नौसेना की पनडुब्बी और जहाज पाकिस्तान से कहीं अधिक एडवांस एंड वेल-इक्विप्ड है. INS अरिहंत जैसे परमाणु पनडुब्बी प्लेटफॉर्म भारत को समुद्र में सक्षम और मजबूत बनाती हैं.
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