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दिल्ली की सीलमपुर से विधायक अब्दुल रहमान ने AAP से इस्तीफा दे दिया है. रहमान टिकट कटने से नाराज थे. उन्होंने कहा कि आज मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. पार्टी ने सत्ता की राजनीति में उलझकर मुसलमानों के अधिकारों को नजरअंदाज किया, अरविंद केजरीवाल ने हमेशा जनता के मुद्दों से भागकर अपनी राजनीति की. इंसाफ़ और हक़ की लड़ाई लड़ता रहूँगा .
आज मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। पार्टी ने सत्ता की राजनीति में उलझकर मुसलमानों के अधिकारों को नजरअंदाज किया, अरविंद केजरीवाल ने हमेशा जनता के मुद्दों से भागकर अपनी राजनीति की। इंसाफ़ और हक़ की लड़ाई लड़ता रहूँगा । @ArvindKejriwal @AAPDelhi pic.twitter.com/T6FTmdgReO
— Abdul Rehman MLA (@AbdulrehmanMLA) December 10, 2024
अब्दुल रहमान ने केजरीवाल को लिखी चिट्ठी में क्या कहा?
सीलमपुर से विधायक अब्दुल रहमान ने इस्तीफे के संबंध में बकायदा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नाम एक पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने कहा, ”आदरणीय अरविंद केजरीवाल जी, मैं अब्दुल रहमान, विधायक सीलमपुर विधानसभा, आज भारी मन से आम आदमी पार्टी की सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय ले रहा हूं. यह निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था लेकिन पार्टी के नेतृत्व और नीतियों में जिस तरह से मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों की उपेक्षा की गई है, उसके बाद ये मेरा नैतिक कर्तव्य बन गया है.
अब्दुल रहमान ने लगाया मुसलमानों के प्रति बेरुखी का आरोप
अब्दुल रहमान ने चिट्ठी में आगे लिखा, ”आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय मैंने इसे एक ऐसी पार्टी माना था, जो धर्म, जाति और समुदाय से ऊपर उठकर जनता की सेवा करेगी लेकिन बीते वर्षों में आम आदमी पार्टी ने बार-बार यह साबित किया है कि वह केवल वोट बैंक की राजनीति करती है और जब किसी समुदाय के अधिकारों की रक्षा की बात आती है तो पार्टी चुप्पी साध लेती है.”
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